रूपाळो केसुली बनाने का विद्यार्थियों ने किया उद्घोष -
केसुली , 3 सितंबर। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायत केसुली को खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत
बनाने के लिए चल रहे अभियान में शनिवार को बीकानेर
से आए राज्य सन्दर्भ ग्रुप के सदस्य श्री
रविकांत शर्मा तथा मनोज शर्मा ने विद्यार्थियों का अभिनवन किया। कार्यक्रम की शुरुआत में
रविकांत शर्मा ने स्वच्छता की आवश्यकता पर जोर देते हुए प्रयोग के माध्यम से बताया कि खाना खाने तथा खाना बनाने से पूर्व
साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोने से हम कई रोगों
से बच सकते हैं। एक ग्राम मानव मल में
1 करोड़ विषाणु (वायरस ), 10 लाख जीवाणु (बेक्टिरिया), 1000 परजीवी कृमि कोष तथा 100 परजीवी अंडे होते हैं। इस प्रकार
खुले में शौच करना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत
घातक है।
इससे
डायरिया, पीलिया, हैजा, टायफॉइड, मलेरिया, फाइलेरिया, चर्मरोग, पोलियो आदि घातक रोग हो सकते हैं। इस
प्रकार की 80
से
90 प्रतिशत बीमारियां खुले में शौच की प्रवृत्ति से पनपती है
जिसके कारण गरीब परिवारों का दवाईयों पर अनावश्यक खर्च होता है।
उन्होंने
विद्यार्थियों से गतिविधि के माध्यम से पूछा कि वे खुले में शौच की प्रवृत्ति को
उचित मानते है तथा इसे पसंद करते हैं तो सभी विद्यार्थियों ने इसे गलत माना।
उन्होंने विद्यार्थियों से इस प्रवृत्ति के खात्मे के फायदे बताते हुए कहा कि इस दुष्प्रवृत्ति से
हमारे मान सम्मान पर भी ठेस लगती है। इस प्रवृत्ति के कारण हमें कई बार
शर्म और लज्जा का सामना करना पड़ता है तथा हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर
इसका बुरा असर होता है। इस प्रवृत्ति से हमारी धार्मिक भावनाएं
भी आहत होती है।
कार्यक्रम
में मनोज शर्मा ने सस्ते शौचालय की वैज्ञानिकता एवम निर्माण तकनीक पर ग्रीन बोर्ड पर चित्र बनाकर समझाया कि शौचालय के लिए बहुत अधिक धन की
आवश्यकता नहीं है। हमारे शरीर को
स्वस्थ रखने तथा स्वयं के मान सम्मान की रक्षा के लिए हम मात्र 2000 से 2500 के खर्च से ही इसका स्वयं निर्माण कर सकते हैं।
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