अध्यापक-अभिभावक संघ की सत्र- 2015-16 की प्रथम बैठक-
राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय केसुली जिला- राजसमन्द में शुक्रवार 30 सितम्बर को अध्यापक-अभिभावक संघ की इस सत्र की प्रथम बैठक का आयोजन प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में किया गया. बैठक का शुभारम्भ सरस्वती वंदना के साथ किया गया. इसके पश्चात् प्रार्थना सभा की गतिविधियाँ आयोजित की गई जिसमें कक्षा 10, 11 एवं 12 के विद्यार्थियों ने स्वच्छ भारत मिशन के संबंध में प्रस्तुतियां देकर सम्पूर्ण भारत को स्वच्छ बनाने के लिए अभिभावकों के समक्ष प्रत्येक गाँव को खुले में शौच से मुक्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया. अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों ने गीत, कविता, कहानी आदि की प्रस्तुतियां दी. इसके पश्चात् प्रधानाचार्य प्रकाश जोशी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार एवं शिक्षकों द्वारा राजकीय विद्यालयों को श्रेष्ठ बनाने के प्रयासों जैसे विद्यालयों का क्रमोन्नयन, शाला दर्पण, विद्यालयों में सुविधा वृद्धि, शिक्षकों की नियुक्ति, नवाचारों का क्रियान्वयन के बारे में तथा विद्यालय के बोर्ड परीक्षा के श्रेष्ठ परिणाम के बारें में बताया. उन्होंने बालकों द्वारा प्राप्त श्रेष्ठ उपलब्धियों को रेखांकित किया तथा अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों में विद्यालय में नियमित उपस्थिति देने, विद्यालय में अनुशासित रह कर पढाए जा रहे विषय का मन लगा कर अभ्यास करने, नियमित गृह कार्य करने, रोजाना स्वाध्याय की आदत विकसित करने, विद्यालय की गतिविधियों में हिस्सा लेने, समय समय पर विषयाध्यापकों से संपर्क कर विद्यार्थी की प्रगति जानने आदि के बारें में आग्रह किया. इस अवसर पर आयोजित विद्यालय विकास एवं प्रबंध समिति की बैठक में शाला विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों को बताया और विद्यालय विकास योजना का अनुमोदन करवाया गया.
मुख्य कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए वरिष्ठ
अध्यापक विवेक जोशी ने कुछ बालकों की अनियमित उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए
इसके अधिगम पर होने दुष्प्रभाव के बारे में बताया और आग्रह किया कि वे ऐसा प्रयास
करें कि बच्चे रोजाना विद्यालय आए. उन्होंने अभिभावकों से छात्रवृत्ति एवं अन्य
प्रोत्साहन योजनाओं का लाभ उठाने का निवेदन किया. प्रथम सहायक पुष्पेन्द्र जोशी ने
अपने उद्बोधन में शिक्षा का सद्गुणों के विकास में महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए
कहा कि अच्छी आदतों के विकास में जीवन में अनुशासन को अपनाने की आवश्यकता है. इसके
पश्चात् सभी शिक्षकों ने अपनी-अपनी कक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति एवं उनकी प्रथम
टेस्ट/एस.ए.-1 की प्रगति से अभिभावकों को अवगत कराया.